इस कलयुगी नर्स ने ली 7 नवजात मासूमों की जान और 6 की हत्या के प्रयास और अब....!

इस कलयुगी नर्स ने ली 7 नवजात मासूमों की जान और 6 की हत्या के प्रयास और अब....!

ब्रिटेन की अदालत ने उत्तरी इंग्लैंड के अस्पताल में 7 नवजात बच्चों की हत्या और छह अन्य की हत्या के प्रयास की दोषी नर्स लूसी लेटबाई को आखिरी सांस तक उम्र कैद की सजा सुनाई है।

जस्टिस जेम्स ने दोषी नर्स को आजीवन उम्रकैद की सजा सुनाते हुए वक्त से पहले रिहाई के सभी प्रावधानों पर रोक लगा दी। उन्होंने कहा कि 33 साल की इस नर्स द्वारा किया गया अपराध बेहद गंभीर प्रकृति का है। यह रेयर ऑफ द रेयरेस्ट मामला है, इसलिए लूसी अपनी बाकी जिंदगी सलाखों के पीछे बिताएगी।

आपको बता दें कि लेटबाई को पिछले सप्ताह सात नवजात बच्चों की हत्या और छह अन्य नवजात बच्चों की हत्या के प्रयास के सात मामलों में दोषी करार दिया गया था। जस्टिस गोस ने मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट में सख्त सजा सुनाते हुए अपनी टिप्पणी में कहा, 'नर्स ने ‘भरोसे का कत्ल’ किया है।

दोषी ने ‘सोच-विचार कर और धूर्तता’ के साथ इस अपराध को अंजाम दिया आपने बच्चों के पोषण और देखभाल के सामान्य मानवीय गुणों के विपरीत कार्य किया और सभी नागरिकों के उस भरोसे को तोड़ा जो चिकित्सा एवं देखरेख पेशेवरों के प्रति है, जिन बच्चों को आपने नुकसान पहुंचाया उनका जन्म समय-पूर्व हुआ था और उनमें से कुछ के जीवित नहीं रहने की आशंका थी, लेकिन प्रत्येक मामले में आपने जानबूझकर उन्हें मारने की मंशा से उनको नुकसान पहुंचाया।

इसी अदालत की जूरी ने 10 महीने की सुनवाई के बाद नर्स को दोषी करार दिया था। अदालत के फैसले के बाद भारतीय मूल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि जयराम ने बताया कि उन्होंने और उनके सहयोगियों ने काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल को इस घटना के प्रति आगाह किया था, जहां पर दोषी नर्स ने 2015 से 2016 के बीच नवजात शिशु इकाई में अपराध को अंजाम दिया था। फैसले के बाद डॉ. जयराम ने कहा- मेरा मानना है कि मारे गये चार या पांच बच्चे आज स्कूल जा रहे होते, जो अब (इस दुनिया में) नहीं हैं।

सुनवाई के दौरान सामने आया कि लेटबाई ने जानबूझकर बच्चों को खाली इंजेक्शन दिया, दूसरों का दूध जबरन पिलाया और दो बच्चों को इंसुलिन देकर मारा।ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने नर्स की ‘इस कायराना’ हरकत की निंदा की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कानून में बदलाव करने पर विचार कर रही है, जिससे अपराधी दोषी पाये जाने पर पीड़ितों का अनिवार्य रूप से सामना करे।

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Comments

  • D Devendra Kumar Bsp
  • S Sri bhagwan क्या इंडिया वाले यही सब सहने के लिये पैदा हुए है नितिन गडकरी साहब , कंपनी पर ऐसा फाइन लगाओ दूसरे भी याद रखे
  • P Pankaj kumar पुलिस
  • M Manish kumar parjapity Superb
  • P Pankaj kumar Jay shri ram