बेशकीमती काजल-काठ की तस्करी कर उत्तरकाशी से ले जा रहे थे सहारनपुर, दो गिरफ्तार

बेशकीमती काजल-काठ की तस्करी कर उत्तरकाशी से ले जा रहे थे सहारनपुर, दो गिरफ्तार

उत्तरकाशी: उत्तरकाशी की डुंडा और गंगोरी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है जो काजल-काठ की लड़की की तस्करी कर रहे थे। प्रतिबन्धित लकड़ी की कीमत लगभग 32 लाख रुपये बताई जा रही है।

आपको बता दें कि हिमालयी क्षेत्रों के दुर्लभ वन संपदा काजल की लकड़ी को फिल्म पुष्पा के अंदाज में पुष्पा बनकर अवैध रुप से तस्करी करते हुये दो तस्करों को आज उत्तरकाशी की डुंडा और गंगोरी पुलिस ने गिरफ्तार किया। उत्तरकाशी एसपी प्रदीप राय के निर्देश पर पुलिस टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। एसपी ने अपनी टीम को सख्ती से रुटीन चैकिंग के निर्देश दिये हैं। इसी क्रम में उत्तरकाशी सीओ अनुज कुमार के पर्यवेक्षण और एसएचओ मनेरी दिनेश कुमार और उप निरीक्षक प्रकाश राणा, प्रभारी कोतवाली उत्तरकाशी की देखरेख में आज सुबह 5-6 बजे के बीच एक सूचना पर डुण्डा पुलिस ने वन विभाग बैरियर देवीधार से वाहन (UK 07DD-2230(TATA TIGOR)) से दो तस्करों शरत सिंह व पेमा को प्रतिबन्धित काजल-काठ की लकड़ी की तस्करी करते हुये पकड़ा गया।

वाहन उपरोक्त से 318 नग लकड़ी बरामद किये गये। ये लोग भटवाड़ी के सिल्ला क्षेत्र से इस प्रतिबन्धित लकड़ी को सहारनपुर ले जा रहे थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने इनको नाकाम कर दिया। गंगोरी बैरियर पर तैनात पुलिस जवानों द्वारा वाहन को रोकने की कोशिश की गई थी लेकिन ये लोग बैरियर को टक्कर मारकर वहां से भाग निकले, जिस पर वन विभाग बैरियर देवीधार पर जाल बिछाकर चौकी प्रभारी डुण्डा उप निरीक्षक संजय शर्मा के नेतृत्व में पुलिस बल द्वारा इनको दबोच लिया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई हेतु इनको प्रतिबन्धित लकड़ी के साथ वन विभाग के सुपुर्द किया गया।

पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी द्वारा बताया गया कि काजल की लकड़ी उच्च हिमालय के आरक्षित वन क्षेत्र में पाई जाती है। काजल औषधीय दृष्टिकोण से सर्वोत्तम मानी जाती है। इसे बौद्घ सम्प्रदाय के लोग इसके बर्तन (बाउल) बनाकर खाद्य एवं पेय पदार्थों के लिए इस्तेमाल करते हैं। भारत, चीन, तिब्बत, नेपाल आदि देशों में इस लकड़ी की तस्करी कर उच्च कीमतों पर बेचा जाता है। माल पकड़ने वाली पुलिस टीम की सराहना करते हुए उनके द्वारा टीम को 1100 रुपये का पारितोषिक प्रदान किया गया।

तस्करों का नाम पता

शरत सिंह पुत्र वीर सिंह निवासी ग्राम कनेड़ा,पो0ऑ0 डोंण्ड थाना थलीसैंण पौड़ी गढवाल, उम्र-40 वर्ष।

पेमा पुत्र छंगु निवासी ग्राम उमला नेपाल उम्र-25 वर्ष।

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Comments

  • D Devendra Kumar Bsp
  • S Sri bhagwan क्या इंडिया वाले यही सब सहने के लिये पैदा हुए है नितिन गडकरी साहब , कंपनी पर ऐसा फाइन लगाओ दूसरे भी याद रखे
  • P Pankaj kumar पुलिस
  • M Manish kumar parjapity Superb
  • P Pankaj kumar Jay shri ram